कैसे बनें अच्छे अध्यापक ? | Dr Vikas Divyakirti | Drishti IAS | शिक्षक बनने के लिए उत्कृष्ट योग्यताओं का खुलासा करें डॉ. विकास दिव्याकीर्ति के साथ। शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए रणनीतियों और सुझावों का अन्वेषण करें।अध्यापन क्षमता में माहिर होने के लिए डॉ. विकास दिव्याकीर्ति के अनुभव से जुड़ें। Enhance your teaching career towards excellence through their insights and guidance.
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विकास दिव्यकीर्ति एक प्रसिद्ध शिक्षाविद् हैं जो शिक्षकों के आज के समय में प्राप्त किए जाने वाले चुनौतियों पर गहराई से विचार करते हैं। उन्हें इंटरनेट के प्रभाव के बारे में विशेष चिंता है, जो छात्रों को ध्यान विचलित कर देता है और उनके व्यवहार में परिवर्तन लाता है। इस उबाऊ युग में, जहां इंटरनेट के साथ साझा की गई जानकारी के साथ छात्र जानकारी संचार कर सकते हैं, शिक्षकों के लिए छात्रों के प्रति ध्यान देना और उनका मार्गदर्शन करना बड़ी चुनौती है।
दिव्यकीर्ति ने अपने शिक्षा अनुभवों के माध्यम से यहां तक पहुंचाया कि कैसे स्कूल और कॉलेजों के क्लासरूम में छात्रों को जोड़ने और उन्हें शिक्षित करने की कोशिश करने में वे निरंतर परेशान रहते हैं। उनके अनुभव से पता चलता है कि छात्रों का ध्यान केवल पाठ्यक्रम के साथ ही सीमित नहीं रहता है, बल्कि उन्हें ऑनलाइन स्रोतों की तरफ आकर्षित किया जाता है। यह नई पीढ़ी, जिसे वह “जेन-जी” के रूप में उपयोग करते हैं, विभिन्न अद्यतन सामग्रियों और सोशल मीडिया के माध्यम से ज्ञान की खोज करती है। इस प्रकार, शिक्षकों को छात्रों की ध्यानाकर्षण और संज्ञानात्मकता को बढ़ावा देने के लिए नई दिशा में विचार करने की आवश्यकता है।
दिव्यकीर्ति का मुख्य संदेश है कि शिक्षक का निर्धारित भूमिका केवल ज्ञान के वितरक के रूप में नहीं है, बल्कि वह छात्रों का गाइड और सहायक भी होना चाहिए। उनका मानना है कि शिक्षकों को छात्रों के साथ संवादात्मक संबंध बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए, ताकि वे उनके मार्गदर्शन में जुटे रहें और उनकी समस्याओं को समझें।
दिव्यकीर्ति ने शिक्षा के क्षेत्र में सक्रियता को बढ़ाने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं। पहले, उन्होंने संवादात्मक संचार को महत्वपूर्ण बताया है, जिसमें शिक्षकों को छात्रों के साथ दोतरफा संवाद करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कहानियों और वास्तविक अनुभवो