विकास दिव्यकीर्ति: कभी भी झगड़े में अतीत को नहीं लाना चाहिए
विस्तृत सारांश:
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने अपने हालिया भाषण में झगड़ों और विवादों के दौरान अतीत को न लाने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि जब किसी विवाद में अतीत की घटनाओं को लाया जाता है, तो यह स्थिति को और बिगाड़ सकता है और रिश्तों में स्थायी दरार डाल सकता है। सही संवाद और संवेदनशीलता से विवादों को सुलझाने की आवश्यकता है, जिससे रिश्तों को सुरक्षित और मजबूत बनाया जा सके।
डॉ. दिव्यकीर्ति ने उदाहरण के माध्यम से बताया कि कैसे झगड़े में अतीत को लाना एक संवेदनशील मुद्दा हो सकता है और इससे रिश्तों में कड़वाहट पैदा हो सकती है। उन्होंने सलाह दी कि हमें अपने संवाद में सावधानी बरतनी चाहिए और केवल वर्तमान मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इससे न केवल विवाद हल होंगे, बल्कि रिश्तों में विश्वास और सम्मान भी बढ़ेगा।
उन्होंने यह भी बताया कि अतीत को वर्तमान विवादों में लाने से न केवल स्थिति और बिगड़ती है, बल्कि यह भावनात्मक रूप से भी हानिकारक हो सकता है। सही संवाद और समझदारी से विवादों को सुलझाना महत्वपूर्ण है, ताकि हम सकारात्मक और स्वस्थ रिश्ते बनाए रख सकें।
डॉ. दिव्यकीर्ति के अनुसार, अतीत की घटनाओं को वर्तमान विवादों में लाना एक सामान्य भावनात्मक प्रतिक्रिया हो सकती है, लेकिन हमें इसे नियंत्रित करने की आवश्यकता है। यह न केवल विवादों को सुलझाने में मदद करेगा, बल्कि हमारे रिश्तों को भी मजबूत बनाएगा।
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